ताजा मामला इंदौर से सामने आया है जहां खुद को छात्र नेता मानने वाले अंकित ठाकुर को करणी सेना ने कॉलेज इकाई अध्यक्ष पद से इसे हटा दिया है दरअसल मामला वायरल वीडियो का है जहां अंकित ठाकुर एक युवक से 2 हजार रुपए की अवैध वसूली की मांग कर रहा है और युवक पैसे नहीं देने की बात कर रहा है ये कॉल रिकॉर्डिंग वीडियो अन्य मीडिया संस्थानों ने चला दिए जिससे अंकित ठाकुर को करणी सेना ने एक निष्काशित पत्र जारी किया जिसने बताया गया कि अंकित ठाकुर ने संगठन की छवि खराब करने का प्रयास किया जिस वजह से उसे बाहर किया जाता है ये पत्र भी सोशल मीडिया पर वायरल है दअरसल आज कल हर कोई जिसे देखो छात्र नेता बन गया चाहे 8 वि पास हो या 10 वि पास हर कोई आजकल सड़क छाप नेता बन जाता है और छात्रों को ब्लैकमेल करने का काम करते है सोशल मीडिया पर वाह वाही लूटते है और बड़े बड़े संस्थान को ब्लैकमेल कर आंदोलन के नाम पर रुपए ऐंठने का काम करते है छात्रों को इनसे सावधान रहने की जरूरत है और प्रशासन को इन सड़क छाप नेताओं की जानकारी निका
ल कर इन पर उचित कारवाही करना चाहिए।
